बारिश में बीमारियाँ
/ Disease in rainy season in hindi
बारिश के आगमन पर ना केवल मनुष्य जगत अपितु पशु,पक्षी एवँ पेड पौधे भी बारिश की बूँदोँ का साथ पाकर खुशी से झूम उठते हैँ किन्तु बारिश
की बूंदें जहाँ अपने साथ खुशी की सौगात लाती हैँ वहीँ बीमारियाँ
भी साथ साथ लाती
हैं l
बारिश में बीमारियाँ एवँ उनके कारण / Disease in rainy season-
वातावरण में नमी,घर के आस पास बरसात का पानी भरना,दूषित पानी एवं खाद्य पदार्थों तथा तापमान में उतार चढ़ाव आदि के कारण वायरस ,बैक्टीरिया एवं मच्छर आदि तेजी से पनपने लगते हैं और डायरिया,डेंगू,मलेरिया,खांसी,जुकाम, टायफायड ,पीलिया ,हैजा एवं त्वचा रोग जैसी बीमारियां फैलाते हैं l
ये करें उपाय / tips for rainy season-
*साफ पानी पीयें l
*यदि पानी फ़िल्टर न हो तो पानी उबाल कर पीयें
l
*बाहर का खाना ना खाएं l घर का बना शुद्ध एवं ताजा खाना खाएं ,बाजार में खुले में रखे स्नैक्स ,कटे रखे फल एवं सब्जियों का सेवन बिलकुल ना करें l
*बारिश में ना भीगें ,भीग जाएं तो तुरंत साफ पानी से स्नान करें l
*घर एवं आस पास सफाई का विशेष ध्यान रखें l
*बारिश का पानी इकट्ठा ना होने दें,मच्छरों से बचने के लिए मच्छर रोधी एवं मच्छर नाशक उपाय अपनायें l
*प्रतिदिन एक आंवला किसी भी रूप में यदि खाने का नियम बना लें तो ना केवल मानसून में बल्कि पूरे वर्ष भर स्वस्थ रहेंगे,आंवले को आयुर्वेद में अमृत फल कहा गया है l
*जिन्हें इस मासूम में बार बार जुकाम खांसी एवं वायरल इन्फेक्शन होता है उन्हें सुबह सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में आधा निम्बू का रस तथा एक चम्मच शहद डाल कर पीना चाहिए ताकि शरीर से टोक्सिन बाहर निकलता रहे l
*बारिश में फोड़े,फुंसी एक्जिमा जैसी त्वचा की बीमारियाँ भी बहुत होती हैं जिन्हे बार बार ये तकलीफ हो उन्हें सुबह सुबह नीम की 5-6 कच्ची कोंपलें 1-2 काली मिर्च के साथ प्रति दिन 15-20 रोज तक खाना त्वचा रोगों से बचाव करता है आयुर्वेद में हल्दी से बनी हरिद्रा खंड नामक दवा भी चर्म रोगों में बहुत उपयोगी है l