Sunday 17 April 2016

चाय से नुकसान अनेक / Side effects of tea in hindi

चाय से नुकसान अनेक / Side effects of tea in hindi

भारत में चाय का आगमन अंग्रेजों के आने के साथ ही हुआ है उससे पहले भारतीय रसोई में चाय नहीं होती थी । कुछ लोग आदतन दिन में कई चाय पी जाते हैं । चाय के अधिक सेवन से शरीर में अनेक हानी कारक प्रभाव दिखाई देने लगते हैं । चाय के कैफीन और टैनिन प्रमुख घटक हैं । चाय काली, हरी,एवं हर्बल-टी के रूप में मार्केट में मिलती है । यदि काली चाय बार बार पी जाये तो नशे की तरह लत का रूप धारण कर लेती है ।

ज्यादा चाय पीने से नुकसान / Harmful effects of tea in hindi

1.
चाय के ज्यादा सेवन से शरीर में गर्मी बढ़ जाती है जिससे पित्त जन्य बीमारियाँ पैदा होती हैं ।

2.
बार बार चाय पीने से भूख मर जाती है, आँतों में खुश्की आती है, जिससे कब्ज ( Constipation ) होती है ,पेट में गैस बनती है, पेट एवं हाथ पैर के तलवों में जलन होती है ।

3.
ज्यादा चाय पीने से पेट में गर्मी पैदा होकर एसिड बनता है, जिससे एसीडिटी ( Acidity ) होती है पेट में अल्सर हो सकते हैं , खट्टी डकारें आती हैं पेट फूलने की समस्या हो जाती है ।

4.
चाय से मस्तिष्क के स्नायु अनावश्यक रूप से उतेजित होते हैं जिससे अनिद्रा ( insomnia ) की शिकायत हो जाती है ।

5.
सुबह भूखे पेट Bed tea तथा शाम को खाना खाने के बाद चाय पीना तो अत्यंत
नुकसानदायक साबित होता है  । पाचन क्रिया गड़बड़ हो जाती है, भोजन का ठीक से पाचन नहीं हो पाता है ।

6.
चाय के ज्यादा सेवन से चीनी की अतिरिक्त मात्रा शरीर में जाती है जिससे मोटापा ( Obesity ) डायबीटीज ( Diabetes ) आदि रोगों की सम्भावना बढ़ती है ।

इस प्रकार ये चाय के अनेक नुकसान हैं इसलिए चाय का सेवन करना हो तो सीमित मात्रा में ही करें । दिन में 1 या दो चाय काफी हैं यदि इनसे भी दिक्कत हो तो बिलकुल ना पीयें । अति से बचें । विकल्प के रूप में हर्बल-टी या लेमन-टी सीमित मात्रा में ले सकते हैं ।

Sunday 3 April 2016

एक नीम बराबर सौ हकीम/Health benefits of Neem in Hindi



एक नीम बराबर सौ हकीम/Health benefits of Neem in Hindi

 
    नीम भारत में सर्वत्र पाया जाने वाला औषधीय गुणों से भरपूर एक अत्यन्त उपयोगी वृक्ष है नीम  ना सिर्फ ठण्डी हवा देता है  बल्कि अनेक बिमारियों को  भगाने में भी श्रेष्ठ  औषधीय पेड़ है भारत में नीम सदियों से आयुर्वेद चिकित्सा में काम आता रहा है नीम की छाल, पत्तियों, बीजों के तेल से अनेक आयुर्वेद अंग्रेजी दवाइयाँ, सौन्दर्य प्रसादन, कीटनाशक आदि बनाये जाते हैं

नीम के उपयोग ( Neem Health benefits in hindi ) :-

1. चर्म रोगों में उपयोगी नीम /Neem benefits for skin problem in hindi :- चैत्र माह की शुरुआत में जो इस समय चल रहा है 5-7 रोज तक नीम की कच्ची कोपल एवं 1-2 काली मिर्च सुबहसुबह भूखे पेट अच्छी तरह चबा चबा कर खाकर ऊपर से पानी पीना आयुर्वेद में मुहाँसे, फोड़े, फुन्सी, खाज खुजली, डायबीटीज,खून की खराबी में अति उपयोगी बताया गया है

2. इन्फेक्शन से बचाता है नीम /Neem uses for infection in hindi :- नीम दाद, खाज, खुजली, त्वचा के इन्फेक्शन में तो उपयोगी है ही यह अनेक वायरस और बैक्टीरियल इन्फेक्शन से भी बचाता है नीम में Antifungal, Antibacterial, Antirival जैसे उपयोगी गुण होते हैं जिससे चर्म रोगों में इसकी पत्तियों को पीस कर बनाया गया लेप,पत्तियों को पानी में उबाल कर पानी से नहाना आदि उपायों से फायदेमंद सिद्ध होता है

3. दंत रोगों में उपयोगी नीम / neem uses for dental and gum problems in hindi :- आयुर्वेद में नीम की दांतुन को सदियों से दन्त रोग, मसूड़ों के रोग, पायरिया, मुख में दुर्गन्ध आदि में बहुत उपयोगी माना गया है आज भी अनेक लोग टूथ ब्रश की बजाय नीम की दांतुन का प्रयोग करना पसंद करते हैं

4. डायबीटीज में उपयोगी नीम /Neem benefits for Diabetes hindi :- सुबह भूखे पेट नीम की पत्तियों को पानी में अच्छी तरह धोकर पत्थर पर पीसकर आँवले या एलोवेरा के जूस के साथ मिलाकर पीना शूगर को कम करता है

5. बालों के लिये उपयोगी नीम /Neem for Hair problem hindi:- बालों में डेंड्रफ, रुसी, खुजली या बाल झड़ने की समस्या में बालों की जड़ों में नीम का तेल लगाना फायदेमंद है

विदेशों में नीम पर अनेक रिसर्च चल रही हैं नीम अनेक बीमारियां दूर करने के साथ साथ लाखों लोगों को रोजगार भी देता है और पर्यावरण के लिये एकदम अनुकूल भी है

नीम का पेड़ किसी भी तरह की मिट्टी में बिलकुल कम पानी में भी आसानी से लग जाता है

उपरोक्त जानकारी ज्ञान वर्धन हेतु दी गई है उपरोक्त नुस्खों को अपनाने से पहले चिकित्सक से अवश्य राय लें

नीम का आंतरिक रूप से प्रयोग चिकित्सक की देख रेख में ही किया जाना चाहिए